हम sigue, यह जीवन पिछले जन्म के अनेक कर्मों के प्रभाव से बंधा हुआ है।।।।।।। जिसके कारण जीवन में अनेक दुःख दुःख, संताप, पीड़ा सहन करनी पड़ती है और उसी के कारण हमारी सफलता का मार्ग भी अवरूद्ध होता है है है है है है है है है है है है razón यह तो स्पषorar ये कर्म फल हमारे पूर्व अथवा वर्तमान जीवन का भी सकत सकता है।
जीवन में कर्म शक्ति निरन्तर सक्रिय रहती है। परन्तु कर्म के साथ जब तक साधना द्वारा सौभाग्य स्ा न ना हो तब तक केवल कर्म के द्वारा XNUMXफलता भव होता है और भाग्य के मार्ग की सबसे बड़ी, प्रथम ाााााााा रे पूर्व जन्म के पाप-दोष हैं, यही कारण होता है ऍथि और भाग्य का सांमजस्य जीवन में नहीं बन पाता है।
हमारा जीवन सतत् रूप से गतिशील है। जीवन का प्रत्येक क्षण बहुत ही महत्वपूenas है है, क्योंकि यह मानव जीवन समय समय के लिये मिलता है, जिसमें हमें सांसारिक जीवन के अनेक क करículos कालन प क razón जीवन के जो भी लक्ष्य हो, चाहे वह भौतिक हो अथवा आध्य Chr compañ यदि कर्म सही दिशा में श्रेष demás के साथ सम्पन्न किया जाये तो सफलता निश्चित ही है।।।।।।।।।।।।।।।
इसलिये ऐसी महत्वपूर्ण दीक्षा को जीवन में धारण करने से व्यक्ति अपने को को सुकर्मों की ओर अग्रसर स क rodaj कर्ण पिशाचिनी अपने स sigue जिससे साधक और उसका परिवार किसी भी घटना-दुर्घटना में पूर्ण सुरक्षा प्रagaप्त करने में सफल होता है।।।।।।।।।।। साथ ही कर्ण पिशाचिनी का विशिष्ट रूप व्यक्ति के सभी पाप-ताप, संताप, कुकर्म दोषों को अपने उग्र स्वरूप से भस्मीभूत कर देता है जिससे निरन्तर जीवन में श्रेष्ठता आती है और जीवन हर स्वरूप में स्वर्णिम, सफलता युक्त कार्य सिद्धि, शक्ति युक्त लक्ष्मीमय निर्मित होता है और व्यक्ति शीघ्र ही अपनी मनोरथों को पूर्ण करने में समर्थ होता है।
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