कष्टों का अन्त, घर की अशान्ति, सत mí मानव जीवन तो मिला ही है भोगने के लिये लिये, सुखों कि प्रagaप्ति के लिये लक्ष्यों को प्रagaप्त करने के लिये ऊँचाई तक तक उत्टत Dav " ''उच्च शिखरमय स्थितियों का दृश्य- नजारा तो बहुत अच्छा दिखता है पर वहाँ तक पहुँचने के लिये पहाड़ पर चढने के समान अथक प्रयास किया?'' सभी स्वरूपों में श्रेष्ठताओं व उच्चताओं को प्राप्त करने के लिये निरन्तर सुक्रियाशील होना आवश्यक है। सभी SÚPER स्थितियां किन्हीं चुने हुये लोगों के लिये नहीं है ये सभी श्रेष्ठतायें सभी वर्गो के व्यक्तियों के लिये पूर्ण-पूर्ण सम्भव है जो संकल संकल्प शक्ति के स स चेष चेष बने बने हते है है है है है है जो संकल्प शक्ति के स स चेष चेष बने बने। है है है है है है है है है. '' ईश्वर या किसी के सामने हाथ फैलाने या रोने से तो केवल भीख की प्रagaप्ति भी होती है है ''
आपके भगवान व गुरू ने आपको इतना सामantemente तो यव तो बनाया है कि आप जो पाना चाहे उसकी शक्ति आपमें समाहित है।।।।।।।।।। हर दीक्षित साधक स्वयं के लिये कोई भी पुजन-साधना, प्रयोग करने का सामर्थ रखते है तब ही सुपरिवर्तन स्वरूप चमत्कार होगा क्योंकि चमत्कार तो तब होगा जब आप स्वयं अपनी इच्छाओं के लिये कार्य करोगे- गुरू का तो काम ही है देना और वो हर क्षेत्र में आपकी सफलता के लिये अपने हाथ खोले आपको तो उसे पाने के लिये उठ खड़ा होना है। जीवन के कषutar अतः इन साधना महोत्सव में सपरिवार भाग लें। तब ही देवी देवी-देवता माता-पिता स्वरूप सद्गुरूदेव की शक्तियों को धारण करने से पूर्णरूपेण सद्गुरूमय गृहस्थ जीवन प्र sigue
tuyo
Vineet Shrimali
Es obligatorio obtener Gurú Diksha del venerado Gurudev antes de realizar cualquier Sadhana o tomar cualquier otra Diksha. Por favor contactar Kailash Siddhashram, Jodhpur a Correo electrónico , Whatsapp, Teléfono or Enviar para obtener material de Sadhana consagrado, energizado y santificado por mantra, y orientación adicional,
Compartir vía: